
महाराष्ट्र: पुणे में नदी पर बना पुल गिरने से दो लोगों की मौत, अब तक क्या-क्या पता चला
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महाराष्ट्र: पुणे में नदी पर बना पुल गिरने से दो लोगों की मौत, अब तक क्या-क्या पता चला
ቹ “” “’’, ‘”, ’ , ‘,’ “,” and “.” are all words used to describe the different types of ‘gloomy’ and ‘gullible’. The “gloomier’ is the term used to refer to a person who has a negative view of the world. The word “gullibility” refers to the idea that the world is full of people who think they are better than they are. “Gloomy is the word that describes people who believe they are superior to people who are not.’ The word gullibility means “to think that you are better off than you are, and that you have a better idea of what you are doing than people who don’t”. The term gullible is used to mean ‘to think you are a better person than you actually are’ or “not to think you’re better than someone else”
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48 मिनट पहले
महाराष्ट्र के पुणे के मावल तालुका में इंद्रायणी नदी पर बने पुल का एक हिस्सा रविवार को ढह गया जिस कारण कई पर्यटक घायल हुए हैं.
ये हादसा पिंपरी-चिंचवड पुलिस थाना क्षेत्र के कुंडमला गांव के पास हुआ.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि इस दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई है और 32 लोग घायल हुए हैं. इनमें से छह की हालत गंभीर है.
पिंपरी-चिंचवड पुलिस के अनुसार हादसे में 12 पर्यटक घायल हुए हैं. आशंका जताई जा रही है कि हादसे में कुछ लोग नदी में बह गए हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, हादसे में 10 से 15 लोगों के फंसे होने की भी ख़बर है.
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि घटना के समय पुल पर कितने लोग थे और कितने लोग पुल गिरने से नदी में गिरे. अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि राहत और बचाव कार्य जारी हैं.
इस इलाके़ में कुंडमाला एक पर्यटक स्थल है. इस कारण यहां वीकेंड पर पर्यटकों की भीड़ रहती है. चूंकि आज रविवार है, इसलिए यहां भीड़ होने की बात कही जा रही है.
प्रदेश के आपदा प्रबंधन मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि राहत कार्य तेज़ी से चल रहा है.
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मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया को बताया कि बचाव कार्य अभी जारी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि एनडीआरएफ़ की एक टीम घटनास्थल पर भेज दी गई है.
देवेंद्र फडणवीस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “दुर्घटना की ख़बर सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई है. मैं उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. हम उनके परिवारों के दुख में शामिल हैं. चूंकि कुछ लोग बह गए हैं, इसलिए उनके लिए युद्ध स्तर पर खोज की जा रही है. एनडीआरएफ़ को मौके़ पर तैनात किया गया है. राहत कार्य तेज़ कर दिया गया है.”
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि “यह दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक है. हादसे के कारणों की जांच के बाद दोषियों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई की जाएगी.”
अजित पवार ने कहा, “घायल नागरिकों को सभी आवश्यक इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं. प्रारंभिक जानकारी मिली है कि इस पुल की हालत जर्जर थी. इसलिए प्रशासन को इस दुर्घटना की गहन जांच करने के निर्देश दिए गए हैं और यदि रख-रखाव के संबंध में कोई लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित लोगों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई की जाएगी.”
पुलिस ने क्या बताया?
पिंपरी-चिंचवड ज़ोन 2 के डीसीपी विशाल गायकवाड़ ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “यह एक पुराना लोहे का पुल था. जो आज (रविवार) क़रीब शाम 3.30 बजे के आसपास गिर गया है.”
डीसीपी ने कहा, “अब तक की जानकारी के मुताबिक़ इसमें दो लोगों की मौत हुई है और जिन्हें बचाया गया है उन्हें इलाज के लिए भेज दिया गया है.”
एनडीआरएफ़ ने कहा है कि उनकी टीम अब तक 38 लोगों को बचाने में सफल रही है और बचाव अभियान अभी भी जारी है.
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ऐसे पुलों का ऑडिट हो: शिवसेना (यूबीटी) नेता
हादसे के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सांसद सुप्रिया सुले ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “पुणे ज़िले के मावल तालुका के कुंडमला में इंद्रायणी नदी पर बना पुल ढह गया.”
उन्होंने लिखा, “आशंका है कि पुल पर मौजूद कुछ लोग बह गए होंगे. यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि सभी नागरिक सुरक्षित रहें.”
शिवसेना (यूबीटी) नेता सुषमा अंधारे ने कहा, “जब हम इस बात की जांच करते हैं कि यह घटना क्यों हुई, तो यह अधिक महत्वपूर्ण है कि कुंडमला क्षेत्र में इंद्रायणी पर बने पुल या पूरे राज्य में विभिन्न नदियों पर बने पुलों से संबंधित आवश्यक कार्य मानसून से पहले किए जाएं.”
उन्होंने कहा, “ऐसे पुलों का ऑडिट करना ज़रूरी है. हालांकि, इस पुल के मामले में ऐसी कोई सावधानी नहीं बरती गई.”
अंधारे ने इस घटना के लिए सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया और कहा, “ग्रामीणों ने बार-बार नए पुल की मांग की. कोई वैकल्पिक सड़क उपलब्ध न होने के बावजूद इसकी अनदेखी की गई है.”
Source: https://www.bbc.com/hindi/articles/cy4e40dedmlo